लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया है। सीएम योगी और वित्तमंत्री सुरेश खन्ना के सदन पहुंचने पर जय श्री राम के जयघोष के साथ सदन की कार्रवाई शुरू हुई है। बता दें कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने लगातार 7वीं बार बजट पेश किया है। वहीं इस दौरान सबसे ज्यादा सपा विधायकों का ड्रेस कोड चर्चा में रहा। बता दें कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और अन्य सपा विधायक काली शेरवानी पहन कर विधानसभा पहुंचे थे। जिसके बाद उनके कपड़ों पर चर्चा शुरू हो गई है। फिलहाल सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने काली शेरवानी पहने जाने के पीछे का कारण भी बताया है।
वित्त मंत्री ने पेश किया 6.90 लाख करोड़ का बजट
बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 6 लाख 90 हजार करोड़ का बजट पेश किया।। वहीं महिलाओं और मध्यम वर्ग पर भी इस बजट में खास फोकस किया गया है। इस दौरान योगी सरकार ने अपनी उपलब्धियों को भी सामने रखा। इस बजट के जरिए योगी सरकार ने हर वर्ग के लोगों को साधने की कोशिश की है। वहीं विद्यार्थी वर्ग को टैबलेट व स्मार्ट फोन दिए जाने के लिए बजट में ₹3,600 करोड़ की व्यवस्था की गई है।
जानिए क्या बोले सपा प्रमुख
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव काली शेरवानी पहन कर विधानसभा पहुंचे। उनके अलावा अन्य सपा विधायक भी काली शेरवानी पहनकर बजट सत्र में शामिल होने के लिए विधानसभा पहुंचे। जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि काली शेरवानी पहनने के पीछे कोई खास कारण नहीं है। सभी को अच्छे कपड़े पहनने चाहिए। इसलिए वह भी अच्छे कपड़े पहनकर बजट सत्र में शामिल हुए। हालांकि माना जा रहा है कि योगी सरकार की कार्रवाई के खिलाफ और आजम खान के समर्थन के लिए ऐसा कदम उठाया गया है। वहीं सपा ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले मुस्लिमों को संदेश देने की कोशिश की है।