अनूप शुक्ला
गोरखपुर: प्रयागराज में विधायक रहे राजू पाल के मुख्य गवाह की उमेश पाल की हत्या के बाद पूरे प्रदेश में हलचल मची हुई है। वहीं योगी सरकार भी अपराधियों को बख्शने के मूड में नहीं है। वहीं पुलिस ने इस हत्याकांड के 4 हमलावरों की पहचान कर ली है। इसी बीच हत्याकांड में शामिल शूटरों के नेपाल भागने की सूचना पर पुलिस और सतर्क हो गई है। बता दें कि नेपाल भागने की सूचना मिलने के बाद गोरखपुर जोन से सटी नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट कर दिया गया है। वहीं गोरखपुर जोन के ADG अखिल कुमार ने बताया कि गोरखपुर जोन के जिलों की सीमाओं पर हत्याकांड में शामिल हमलावरों की फोटो पुलिस को भेज दी गई है।
इंडो-नेपाल सीमा पर शुरू हुआ चेकिंग अभियान
ADG अखिल कुमार ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि शूटआउट मामले के बाद शूटर्स के नेपाल भागने की सूचना मिली है। जिसके बाद भारत-नेपाल की सीमा के सभी जिलों महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और बहराइच समेत दूसरे जिलों के पुलिस अधिकारियों को हमलावरों की तस्वीरें भेज दी गई हैं। ADG का निर्देश जारी होते ही गोरखपुर समेत इंडो-नेपाल सीमा पर चेकिंग अभियान शुरूकर दिया गया है। बता दें कि शर्टस की गिरफ्तारी के लिए जोन भर में सघन अभियान चलाए जा रहे हैं। जिससे कि वह पुलिस को चकमा देकर नेपाल न जा पाएं।
हत्याकांड में शामिल थे 7 लोग
बता दें कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल 4 हमलावरों की पुलिस ने पहचान कर ली है। सीसीटीवी में कैद हुए हमलावरों की पहचान बाहुबली अतीक अहमद का बेटा असद, अतीक का करीबी बमबाज गुड्डू मुस्लिम, अरमान और मोहम्मद गुलाम के रूप में हुई है। इस हत्याकांड में 7 लोग शामिल थे। वहीं ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और एडीजी STF अमृत अभिजात ने हत्याकांड के बाद प्रयागराज में ही डेरा डाल दिया है। हमलावरों के नेपाल भागने की सूचना के बाद पुलिस और विशेष एजेंसियां विशेष चौकसी बरत रही हैं।