अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के कनवरीगंज इलाके में करीब 24 परिवार इन दिनों डर के साए में जी रहे हैं। फर्श मोहल्ले में रह रहे लोगों के मकान फटने शुरू हो गए हैं और जमीन में धंस रहे हैं। घर की दीवारों औऱ छतों में दरारे आ चुकी हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर निगम ने सीवरेज पाइपलाइन के लिए मोहल्ले में खोदाई कराई थी। उसके बाद से ही उनके घरों में दरारें आ रही हैं। लोगों को डर सता रहा है कि कहीं उनके मकान एकदम से बैठ न जाएं। कुछ महीने पहले कनवरीगंज इलाके में सीवरेज का काम हुआ था। नगर निगम ने यहां पर खोदाई कर सीवरेज के लिए पाइप लाइन बिछाई थी। जिसके बाद से घरों और छतों के फटने की समस्या शुरू हुई।
डर के साए में रहने को मजबूर हैं लोग
फर्श मोहल्ले में रहने वाले लोगों ने बताया कि खोदाई के दौरान नगर निगम ने लापरवाही दिखाई थी। साथ ही गड्ढों को भी ठीक तरह से नहीं भरा गया था। सीवरेज और बारिश के पानी रिस-रिसकर उनके मकानों की नींव में घुसा है। वहीं नींव में पानी भरने के कारण उनके मकान जमीन में धंसने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार मकानों से आवाजें भी आती हैं। सुबह देखने पर पता चलता है कि उनके मकानों की दीवारें खिसक रही हैं। जिस कराण कई बार लोग रात में डर के घरों से बाहर निकल आते हैं। बता दें कि यह दिक्कत एक या दो लोगों की नहीं है। बल्कि 24 मकानों में यह समस्या है। वहीं दो-तीन मंजिला बने मकान भी बुरी तरह से दरक चुके हैं।
सड़क पर उतर कर करेंगे आंदोलन
बताया गया है कि एक सप्ताह पहले से घरों की दीवारों और छतों का फटना शुरू हुआ है। 1-2 मकानों में जब यह समस्या हुई तो पहले लोगों ने ध्यान नहीं दिया। लेकिन अब एक के बाद एक मकान धंसते जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि मकान की मरम्मत कराने में लाखों का खर्च हो जाएगा। स्थानीय लोगों ने कहा कि वह हर समय डर के साए में रहने को मजबूर हैं। ऐसे में अगर प्रशासन ने उनकी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया तो वह लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे।