आगरा: यूपी के आगरा में टीला माईथान के छह मकानों के ढहने और एक बच्ची की मौत के बाद बस्ती में रह रहे लोगों में दहशत है। दर्जनों लोगों ने अनहोनी की आशंका से अपने घरों से पलायन कर दिया है। अपने घरों में ताला लगाकर लोग सुरक्षित जगह या अपने रिश्तेदारों के घर रहने के लिए गए हैं। वहीं इस घटना के दौरान जिन लोगों के मकान ढह गए हैं, उन लोगों ने धर्मशाला में रात बिताई है। धर्मशाला में जमीन पर करवट लेते हुए उनकी रातें कटी हैं। बता दें कि सिटी स्टेशन रोड स्थित विशंभर दयाल की धर्मशाला में बेसमेंट खुदाई के दौरान गुरुवार को सुबह 7 बजे के आसपास टीला माईथान के 6 मकान गिर गए थे। वहीं मलबे में 3 लोग दब गए थे।
धर्मशाला में कटी रात
इस हादसे में एक मासूम बच्ची की मौत हो गई थी। जिसके बाद बस्ती के लोग बुरी तरह से घबरा गए और अपने घरों में नहीं गए। शाम होते ही लोगों को अनहोनी की आशंका सताने लगी। डर के कारण कई लोगों ने घरों से पलायन कर दिया। वहीं कुछ लोग जरूरी सामान निकालकर दूसरी जगह चले गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीन नीचे से खोखली हो गई है। ऐसे में पता नहीं कब मिट्टी दरक जाए। कुछ दिन पहले तक अपने घरों में आराम से रहने वाले लोगों के लिए बीते गुरुवार की रात काफी मुश्किलों भरी रही।
आंखों में था आशियाना खोने का दर्द
किसी को अपना घर खोने का दुख तो किसी को अपनों को खोने का दुख था। नींद की बजाए लोगों की आंखों में अपना आशियाना खोने का दर्द था। आरती शर्मा ने बताया कि प्रशासन ने अभी धर्मशाला में रुकने का इंतजाम करवाया है। लेकिन आगे जिंदगी कैसे कटेगी। जब दोबारा उनके मकान होंगे तभी उनकी मुश्किलें खत्म होंगी। पीड़ितों ने बताया कि बेसमेंट की खुदाई के कारण पहले भी कई मकानों में दरारें आ गईं थी। जिसके बाद उन लोगों ने धर्मशाला के ट्रस्टी राजू मेहरा से मामले की शिकायत भी की थी। जिस पर वह कहता था कि काम बंद नहीं होगा, जिसको जो करना है वह कर लो।