कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के गोविंद नगर थाने में तैनात दरोगा की बुलेट से बाइक सवार दो छात्रों की गाड़ी टकराने पर छात्रों को थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया। गाड़ी टकराने से दरोगा को इतना नाराज हुआ कि वह छात्रों को पीटते हुए थाने ले गया औऱ हवालात में बंद कर दिया। बता दें कि मामूली सी घटना पर नाराज दरोगा ने छात्रों की इतनी पिटाई की उनकी पीठ और कमर के नीचे का हिस्सा काला पड़ गया। जब दरोगा का इतने से भी मन नहीं भरा तो दोनों का शांति भंग में चालान कर दिया। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस कमिश्नर ने दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया है। बर्रा के मलिकपुरम में बीएससी सेकेंड ईयर का छात्र अभिषेक गोयल रहता है।
सारी रात हवालात में रखा बंद
अभिषेक ने बताया कि 23 जनवरी की रात वह पड़ोस में रहने वाले अपने दोस्त नमन आर्या के साथ छोटे भाई आकाश के बर्थडे के लिए केक लेने जा रहा था। इसी दौरान सिविल ड्रेस में गोविंद नगर में प्रिंस मोटर के सामने से जा रहे दरोगा जितेंद्र बहादुर सिंह की बुलेट से उनकी बाइक टकरा गई। जिसके बाद दरोगा ने गाली देते ही उन्हें थप्पड़ मार दिया। जिसका दोनों छात्रो ने विरोध किया। विरोध पर दरोगा इतना नाराज हुए कि वह दोनों का मारते हुए थाने ले गए। इसके बाद दरोगा ने छात्रों का फोन छीनकर उनको हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद दरोगा ने छात्रों को पट्टे से इतना पीटा कि उनकी कमर के नीचे का हिस्सा और पीठ काली पड़ गई।
दरोगा को किया लाइन हाजिर
थप्पड़ मारने के कारण दोनों के गाल लाल थे। वहीं छात्रों की बाइक भी थाने में खड़ी करा ली। सूचना मिलने पर नमन के पिता रवींद्र और उनकी पत्नी पूनम के साथ ही अभिषेक की मां थाने पहुंचीं। परिजनों की बात को थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने भी नहीं सुना और उन्हें वापस लौटा दिया। जिसके बाद 24 जनवरी की सुबह परिजन पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से मिले और मामले की जानकारी दी। साथ ही थर्ड डिग्री के निशान भी दिखाए। पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी धनंजय पांडेय को फटकार लगाई और दरोगा जितेंद्र बहादुर को 25 जनवरी की रात लाइन हाजिर कर दिया।