हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से एक गैर-जिम्मेदाराना मामला सामने आया है। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री के गृह जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहद खराब मिली है। एंबुलेंस नहीं मिलने पर मरीज के परिजन ठेलिया में लेकर मरीज को अस्पताल पहुंचे। वहीं हालत ज्यादा बिगड़ने पर मरीज के घरवालों ने आकस्मिक एंबुलेंस को फोन मिलाया था। आधे घंटे बाद भी जब एंबुलेंस नहीं पहुंची तो मरीज को ठेलिया पर लिटाकर परिजन इमरजेंसी लेकर पहुंचे। तभी किसी ने मामले का वीडियो बना कर इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
डिप्टी सीएम के निर्देशों को किया जा रहा नजरअंदाज
बता दें कि परिजनों द्वारा अस्पताल लाए जाने के बाद महिला का इलाज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के सख्त आदेश के बाद भी स्वास्थ्य व्यवस्था में कोई खास बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है। ऐसा ही मामला हरदोई से सामने आ रहा है। जहां पर महिला मरीज को उसके परिजन ठेलिया पर लेकर अस्पताल पहुंचे। हालांकि कुछ लोग इस मरीज की लापरवाही बता रहे हैं। कोतवाली देहात के बढ़ेयन पुरवा में रहने वाली किरन की अचानक से तबियत खराब हो गई। जिस पर परिजनों ने अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन लगाया।
फ्लॉप साबित हुई इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा
वहीं मामले का वीडियो वायरल होने के बाद इमरजेंसी एंबुलेंस 108/102 की व्यवस्था जमकर सवाल उठाए जाने लगे हैं। वहीं ऐसा भी कहा जा रहा है कि ग्रामीण व सुदूर इलाके में रहने वाले लोगों के लिए यह व्यवस्था बेहतर साबित हुई है। हालांकि इसमें भ्रष्टाचार के कारण लोगों को राहत और मदद नहीं मिल पा रही है। इसी के कारण कुछ मरीजों को समय से एंबुलेंस मिल जाती है तो कुछ मरीजों को एंबुलेंस नहीं मिल पाती है। जिस कारण लोगों को इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।