हमीरपुर: जनपद में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां राठ में पेंसिल छीलन गले में फंसने से छात्रा की मौत हो गई है। इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
श्वास नली में फंसा था छीलन
कोतवाली क्षेत्र के पहाड़ी वीर गांव के रहने वाले नंदकिशोर ने जानकारी दी कि बुधवार शाम को उनका 12 वर्षीय पुत्र अभिषेक, 8 वर्षीय पुत्री अंशिका और 6 वर्षीय पुत्री अर्तिका बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। होमवर्क करने के दौरान ही अर्तिका अपने मुंह में पेंसिल का कटर दबाकर उसे छील रही थी। अचानक ही पेंसिल का छीलन मुंह में चला गया और वह स्वांस नली में फंस गया। अर्तिका दर्द से कराहते हुए जमीन पर गिरकर तड़पने लगी। परिजन आनन-फानन में उसे लेकर सीएचसी पहुंचे। जहां डॉक्टर सत्येंद्र यादव ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से किया इंकार
अर्तिका प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1 की छात्रा थी। बेटी की मौत के बाद मां अनीता का रो-रोकर बुरा हाल है। डॉक्टर की ओऱ से जानकारी दी गई कि परिजनों ने बेटी के शव को पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया है। वहीं इस घटना के बाद सीएचसी के डॉ सत्येंद्र कुमार यादव ने जानकारी दी कि छोटे बच्चों पर नजर रखना अत्यंत आवश्यक होता है। इसके चलते हादसों से बचा जा सकता है। कुछ बच्चे लेटकर खाना खाते हैं अथवा पानी पीते हैं। यह जिंदगी के लिए काफी घातक हो सकता है। इसी के चलते खाना फंसने से मौत का मामला सामने आता है। उन्होंने यह भी कहा कि पेन-पेंसिल का प्रयोग सावधानी से करना चाहिए। इससे बच्चों की आंख भी जख्मी हो सकती है। लिहाजा इस सभी चीजों पर अभिभावकों को भी ध्यान देने की जरूरत होती है।