लखनऊ: राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस निवेश कुंभ में अब तक 18643 MoU साइन हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश ने अपनी आजादी के अमृतकाल के पहले वर्ष में प्रवेश किया है। सीएम योगी ने कहा कि समिट में 32 लाख 92 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जिसके माध्यम से 92 लाख 50 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। जिसमें एनर्जी, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, टूरिज्म, पॉवर जनरेशन, हेल्थ केयर, फूड, डेयरी समेत कई सेक्टर शामिल हैं। सीएम ने कहा कि यूपी की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन बनाने की दिशा में समिट अभिन्न हिस्सा है।
16 देश के 21 शहरों में किया गया था रोडशो
सीएम योगी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस समिट में डेनमार्क, सिंगापुर, नीदरलैंड, जापान, साउथ कोरिया, इटली और यूएई के बिजनेसमैन अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समिट को सफल बनाने के लिए यूपी कैबिनेट के मंत्रियों ने 16 देशों के 21 शहरों में रोडशो का आयोजन किया था। सीएम योगी ने आगे कहा कि विजन के अनुरूप अभियान को आगे बढ़ाने में राजदूतों ने भरपूर सहयोग दिया है। साथ ही देश के बड़े महानगरों में भी रोडशो के आयोजन किए गए। इसके अलावा कई कामों को निवेशकों के लिए आसान किया गया। ऑनलाइन सिंगल विंडो पोर्टल 406 सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
5-6 सालों में बदली यूपी की पहचान
निवेश सारथी एप के माध्यम से जिज्ञासाओं का समाधान की सुविधा दे रहा है। वहीं बीते 5 सालों में यूपी ने निर्यात को दोगुना बढ़ाया है। इसके अलावा अब प्रदेश को बेहतरीन कानून-व्यवस्था के लिए जाना जा रहा है। साथ ही भारत की फूड बास्केट, खाद्यान्न, दूध, गन्ना समेत कई चीजों में यूपी नंबर 1 है। आज न सिर्फ यूपी की पहचान बदली है बल्कि यूपी ने 5-6 सालों के अंदर अपनी एक नई पहचान भी स्थापित कर ली है। उत्तर प्रदेश एक आशा, एक उम्मीद का प्रदेश बन चुका है। सीएम योगी ने कहा कि भारत के यूथ की सोच में, भारत के समाज की सोच और एस्पिरेशन्स में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।