कानपुर: कानपुर देहात कांड पर भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने ‘यूपी में का बा सीजन 2’ रिलीज किया। इस गाने के जरिए उन्होंने मां-बेटी की जलने से हुई मौत पर भाजपा सरकार की कार्यशेली पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद सत्ता से सवाल करने पर गायिका नेहा सिंह राठौर को यूपी सरकार ने नोटिस थमा दिया है। कानपुर पुलिस द्वारा दी गई नोटिस में कहा गया है कि उनके गीत ने समाज में वैमनस्य और तनाव फैलाने का काम किया है। नोटिस में नेहा से किए गए सात सवालों के तीन दिन के अंदर जवाब देने हैं। यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान ‘यूपी में का बा’ गाकर भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर चर्चाओं में आई थीं।
अखिलेश यादव ने ऐसे कसा तंज
वहीं नेहा सिंह राठौर नोटिस मिलने के बाद और बजट से पहले चर्चाओं में रहीं। नोटिस दिए जाने के बाद सियासी माहौल गर्माने लगा है। बता दें कि नेहा ने अपने ट्विटर हैंडल से नोटिस दिए जाने के बारे में जानकारी देते हुए एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा है। वहीं सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर नेहा सिंह राठौर के तर्ज पर भाजपा पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने भोजपुरी में ही कई मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए कहा कि अगली भाजपा यूपी की सत्ता से बाहर हो जाएगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा में झूठे केसों की बहार है।
नोटिस मिलने पर जानें क्या बोली नेहा
नेहा ने नोटिस मिलने के बाद योगी सरकार पर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्होंने ऐसा क्या अपराध कर दिया है कि उन्हें नोटिस दी जा रही है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या अब गाना गाने पर भी पुलिस उन्हें जेल में डाल देगी। नोटिस में पूछे गए सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन पर आईपीसी और सीआरपीसी की धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा। नेहा से नोटिस में सवाल किया गया है कि क्या यह गीत उन्होंने खुद लिखा है। साथ ही उन्हें यह भी बताना होगा कि इसके अर्थ से समाज में पड़ने वाले प्रभाव के बारे में वह जानती हैं या नहीं।