फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में 2 साल के मासूम के गले में मूंगफली का दाना अटकने से उसकी मौत हो गई। थोड़ी देर तक तो परिजन खुद ही गले में फंसे दाने को निकालने की कोशिश करते रहे। लेकिन जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो वह बच्चे को लेकर अस्पताल गए। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बता दें कि घटना रविवार की दोपहर को हुई है। फतेहपुर की खागा तहसील के सवंत गांव निवासी मनोज चौहान महाराष्ट्र की एक कंपनी में नौकरी करते हैं।
पहले खुद किया निकालने का प्रयास
वहीं गांव में मनोज की पत्नी सुमन देवी, सास और इकलौता बेटा मयंक रहते थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुमन अपनी सास के साथ बैठकर मूंगफली खा रही थी। वहीं उनके पास में मयंक भी खेल रहा था। सुमन ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि बिल्ली की आवाज आने पर वह घर के अंदर चली गई। उसके बाद जब वह बाहर आईं तो देखा कि मासूम मयंक जमीन पर गिरा पड़ा था। उन्होंने बताया कि वह लगातार हिचकियां ले रहा था। जिससे उन्हें समझ आया कि उसने मुंगफली के दाने को खा लिया है। जिसके बाद वह खुद फंसी मूंगफली को निकालने प्रयास करने लगी।
डॉक्टर ने आमजन से की ऐसी अपील
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मूल चंद्र ने बताया कि बच्चे की श्वास नली में मूंगफली फंसने के कारण उसकी दम घुटने से मौत हो गई। डॉक्टर मूल चंद्र ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों के हाथों में ना तो सिक्का दें और ना ही कोई खानपान की सामग्री दें। क्योंकि बच्चे किसी भी चीज को मुंह में डाल लेते हैं। ऐसे में यदि बच्चे के गले में कोई चीज फंस जाती है तो अनहोनी भी हो सकती है। खागा कोतवाली प्रभारी अरुण कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि बच्चे की मौत की सूचना मिली है। हालांकि परिवार ने बच्चे का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया है। जिसके बाद बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया गया।