लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी महीने में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है। सीएम योगी की नीतियों पर भरोसा जताते हुए पूर्व देश के सभी बैंक निवेशकों की आर्थिक मदद को पूरी तरह तैयार हैं। बैंकर्स यूपी में बीते साढ़े 5 साल में कानून-व्यवस्था से लेकर मूलभूत सुविधाओं में हुए बदलावों को देखते हुए अब सरकार के साथ सहभागिता के कदम बढ़ाएंगे। यूपी सरकार और उनकी नीतियों के प्रति सभी प्राइवेट और सरकारी बैंको का नजरिया बदला है। बैंकर्स अब निवेशकों के लिए अपना खजाना खोलने के लिए राजी है। साथ ही बैंको को भी प्रदेश में बड़े कारोबार की पूरी उम्मीद है।
सीएम ने देश के बड़े बैंकर्स से की थी मुलाकात
बता दें कि सीएम योगी 5 जनवरी को रोड शो और बड़े औद्योगिक समूहों को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आमंत्रित करने के लिए मुंबई पहुंचे थे। इस दौरान सीएम ने देश के बड़े बैंकर्स से मुलाकात की थी। जिसके बाद बैंकर्स ने भी यूपी में लगने वाले उद्योगों के लिए आर्थिक सहायता की सहमति प्रदान की थी। वहीं बैंकर्स ने भी प्रदेश में हुए सुधार की प्रशंसा की थी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुंबई में कोटक महिंद्रा बैंक, बैंक आफ महाराष्ट्र, बैंक आफ बड़ौदा, स्टेट बैंक आफ इंडिया, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, यस बैंक, आइडीबीआई, एग्जिम बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के साथ ही सिडबी, नाबार्ड, नेशनल स्टाक एक्सचेंज तथा मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट इक्विटी एडवाइजर्स जैसी वित्तीय संस्थाओं के प्रमुखों से मुलाकात की थी।
निवेश को अवसर के तौर पर देख रहे बैंकर्स
वहीं बैंकर्स को भी अब यूपी में रकम के डूबने का कोई डर नहीं है। बल्कि बैंकर्स भी अब प्रदेश में होने वाले बड़े निवेश को एक अवसर के तौर पर देख रहे हैं। कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ उदय कोटक ने बताया कि सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश में जो स्थायित्व आया है। उससे बैंकर्स के साथ ही निवेशकों का भी विश्वास और भरोसा मजबूत हुआ है। साथ ही स्टेट बैंक आफ इंडिया के सीएमडी दिनेश कुमार खारा के मुताबिक, सुरक्षा व कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदेश में जो बदलाव आया है। उसके कारण यूपी के प्रति सभी लोगों की धारणा बदली है। सिडबी के चेयरमैन व एमडी शिव सुब्रमण्यम रमण का कहना है कि यूपी सरकार कई क्षेत्रों में साथ मिलकर काम कर रही है। वह सरकार के लक्ष्य में आगे भी अपना योगदान देते रहेंगे।