लखनऊ: समाजवादी पार्टी की तरफ से रामचरितमानस को लेकर जारी विवाद के बीच अब ब्राह्मणों के उत्पीड़न को मुद्दा बनाया जा रहा है। कानपुर अग्निकांड के बाद सपा ने ट्वीट कर इस घटना को ब्राह्मणों के उत्पीड़न जोड़ा है। इसके अलावा मामले की निंदा करते हुए सपा ने योगी सरकार पर हमला बोला है। वहीं समाजवादी पार्टी ने मुख्य सचेतक बजट मनोज पांडे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल को भी कानपुर भेजने का ऐलान किया गया है। बताया गया है कि सपा ने ब्राह्मण नेताओं को निर्देशित करते हुए कहा है कि जहां भी ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो, इसकी जानकारी फौरन पार्टी के प्रदेश कार्यालय में भेजी जाए।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं ये नाम
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ब्राह्मणों के उत्पीड़न पर समाजवादी पार्टी के तरफ प्रतिनिधिमंडल भेजकर मामले की जांच करवाई जाएगी। वहीं मिल आकड़ों का भी मुद्दा पार्टी द्वारा विधानसभा में उठाया जाएगा। सपा की ओर से कानपुर भेजे जा रहे प्रतिनिधिमंडल में डॉ. मनोज पाण्डेय मुख्य सचेतक विधान मण्डल दल, अमिताभ बाजपेयी विधायक, विनोद चतुर्वेदी विधायक, प्रदीप यादव विधायक, मो. हसन रूमी विधायक, राम प्रकाश कुशवाहा, कमलेश दिवाकर पूर्व विधायक, प्रमोज यादव नि. जिलाध्यक्ष सपा, वेद व्यास निराला पूर्व प्रमुख, बलवान उर्फ मुन्ना नि. विधानसभा अध्यक्ष सपा, प्रवीण यादव बन्टी नि. राष्ट्रीय महासचिव यूथ ब्रिगेड का नाम शामिल है।
जनता के उत्पीड़न पर सपा करेगी सरकार से सवाल
समाजवादी पार्टी ने बताया कि 14 फरवरी 2023 को प्रतिनिधिमंडल कानपुर देहात जाएगा। बता दें कि मैंथा तहसील के मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। अधिकारियों के सामने ही जेसीबी द्वारा अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान झोपड़ी के भीतर दीक्षित परिवार की मां बेटी की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। अब सपा प्रतिनिधिमंडल कानपुर देहात जाकर प्रदेश कार्यालय के सामने इस पूरे मामले की रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। वहीं पार्टी की तरफ से भी आगे इस मुद्दे को उठाया जाएगा। प्रदेश में जनता पर हो रहे उत्पीड़न पर सरकार से सवाल किए जाएंगे।