लखनऊ: यूपी के कई जिलों में ईडी की टीम ने छापेमारी की है। बता दें कि हरदोई, बाराबंकी, लखनऊ, फर्रूखाबाद आदि जिलों में छापेमारी की गई है। यह मामला छात्रवृत्ति घोटाले से जुड़ा है। इस घोटाले में ED के निशाने पर कई एजुकेशनल व मेडिकल इंस्टिट्यूट हैं। यूपी के 6 जिलों के 22 स्थानों में ईडी द्वारा कार्रवाई की जा रही है। ईडी के मुताबिक, कई संस्थानों/कॉलेजों ने अपात्र उम्मीदवारों के नाम पर फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति का लाभ उठाकर इसका गबन किया है। बता दें कि ईडी द्वारा की गई छापेमारी में 37 लाख रुपए नकद और 956 डॉलर बरामद किए हैं।
घोटाले में शामिल हैं कई शिक्षण संस्थान
प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्कॉलरशिप स्कैम के लिए 3 हजार फर्जी अकाउंट खोले गए थे। इसमें करीब 75 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया। अधिकतर ग्रामीण लोगों के अकाउंट का इस्तेमाल किया गया था। लेकिन उन्हें एक भी रुपया नहीं दिया गया। ईडी को इस घोटाले में रवि प्रकाश गुप्ता सहित कई लोगों के शामिल होने का पता चला है। फिनों पेमेंट बैंक के मो. साहिल अजीज, अमित कुमार मौर्य, अमित कुमार मौर्य, जितेंद्र औऱ तनवीर अहमद की मिलीभगत पाई गई है। फिनों बैंक की लखनऊ और मुंबई की शाखाओं में घोटाले के लिए अकाउंट खोले गए थे। इस स्कैम में कई शिक्षण संस्थानों के संलिप्त होने की जानकारी सामने आई है।
इन लोगों के बैंक अकाउंट का किया गया इस्तेमाल
बता दें कि ED को अकाउंट में स्कॉलरशिप की राशि के इलेक्ट्रॉनिक और नकद निकासी की जानकारी मिली है। शिक्षण संस्थानों ने इस घोटाले में 7 से 12 साल, 45 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किया है। अधिकतर ग्रामीण लोगों के डॉक्यूमेंट्स से संस्थानों ने अकाउंट खोले। लेकिन इनको आज तक एक भी पैसा नहीं मिला है। हर तरह की स्कॉलरशिप लेकर घोटालेबाजों ने सरकार को तगड़ा चूना लगाया है। बता दें कि एससी-एसटी, दिव्यांद, अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा स्कॉलरशिप दी जाती है। लेकिन इन संस्थानों ने अवैध रूप से जरूरतमंद छात्रों की स्कॉलरशिप को अपात्रों के लिए उठाया है।