कानपुर: यूपी के कानपुर जिले में बीते मंगलवार को एक दीवार गिरने से बड़ा हादसा हो गया। दोपहर के समय एक महिला कुर्सी पर बैठकर धूप सेंक रही थी। वहीं पास में उनका नाती दीवार के गेट पर लटक कर झूला-झूल रहा था। वह झूला झूलने के दौरान बार-बार गेट को इधर-उधर कर रहा था। तभी अचानक से दीवार गिर गई। जिसके मलबे में नानी-नाती दब गए। बता दें कि 10 फीट लंबी और 9 फीट ऊंची दीवार गिरने पर पहले तो लोगों को कुछ समझ नहीं आया। लेकिन बाद में फौरन आसपास को लोग दीवार का मलबा हटाने लगे। हालांकि तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। यह मामला किदवई नगर के कंजड़नपुरवा इलाके का है।
मौके पर दोनों की मौत
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दीवार में कोई पिलर नहीं था। वहीं परिवार के दो सदस्यों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया गया कि मोहल्ले के बच्चे खेल रहे थे। वहीं 60 साल की नानी कृष्णा बाउंड्री वॉल के किनारे बैठकर धूप सेंक रही थीं। उनका 7 साल का नाती कुनाल बाउंड्री वॉल से लगे गेट पर बाउंड्री वॉल से लगे गेट पर था। कुनाल जिस दीवार के गेट पर झूला झूल रहा था वह दीवार 10 फीट लंबी थी। बता दें कि हादसा होने में 5 सेकेंड का समय लगा। वहीं पास में मोहल्ले और परिवार के बच्चे एक साथ खेल रहे थे।
नहीं बनाया गया था पिलर
इस दौरान कुनाल कई बार गेट पर झूला झूलने के लिए चढ़ा, लेकिन वह हर बार उतर गया। वहीं आखिरी बार कुनाल करीब 5 सेकेंड तक गेट पर झूला झूलता रहा। जिसके बाद जर्जर दीवार अचानक से रोड की ओर ढह गई। वहीं मामले की जानकारी होने पर नगर निगम के अधिकारी भी जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए। जोनल अधिकारी-5 राधेश्याम पटेल के अनुसार, 9 फीट ऊंची दीवार बनाने के बाद कोई पिलर नहीं बनाया गया था। घर की बाउंड्री में नीम का पेड़ होने के कारण दीवार के अंदर सीलन बनी हुई थी। वहीं कुनाल द्वारा अधिक जोर लगने से दीवार जमींदोज हो गई।
दो सदस्यों की मौत से परिवार में मचा कोहराम
मृतक कुनाल 3 दिन पहले अपनी मां दीपा और पिता सुरेश के साथ नानी कृष्णा के घर कानपुर आया था। बताया गया है कि सुरेश बहेटा में फेरी लगाने का काम करता है। वहीं कृष्णा अपने तीन बेटों नगीना, पंकज, सबनाम के साथ रहती थी। 3 दिन पहले दीपा अपने पति सुरेश और तीनों बच्चों 12 साल के आर्यन, 10 साल के शैलेंद्र औऱ कुनाल के साथ मां के घर आई थी। हादसे के दौरान मृतक कृष्णा के तीनों बेटे और दामाद काम पर गए थे। आसपास के लोगों ने बताया कि हादसे के कुछ देर पहले दीपा शैलेंद्र और आर्यन के साथ दीवार के पास खड़ी थी। वह जैसे ही अन्य दोनों बच्चों के साथ घर के अंदर गई वैसे ही यह हादसा हो गया।