लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने अपने जन्मदिन के मौके पर पार्टी से जुड़ा एक नया एलान किया है। मायावती ने कहा कि बसपा पार्टी द्वारा चारों राज्यों के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में किसी से गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी अपने दम पर दोनों चुनाव लड़ेगी। मायावती ने कहा कि यदि बैलेट पेपर के द्वारा चुनाव संपन्न कराए जाएं तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सारा खेल ईवीएम की गड़बड़ी का है। रविवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर मायावती ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि बसपा को जातिवादी और संकीर्ण ताकतें साम दाम दंड भेद से अलग करने में जुटी हैं।
ओबीसी आरक्षण पर भाजपा पर साधा निशाना
बसपा प्रमुख ने कहा कि ग्लोबल समिट के नाम पर यह जो निवेश आ रहा है। यह सिर्फ औऱ सिर्फ भाजपा की खराब नीतियों पर पर्दा डालने की नाटक बाजी है। मायावती ने कहा कि हल्द्वानी में लोगों को उजाड़ा जा रहा है। कानून व्यवस्था की आड़ में गंदा खेल खेला जा रहा है। वहीं ओबीसी आरक्षण को लेकर भाजपा भी कांग्रेस और सपा की राह पर चल निकली है। इसी कारण से निकाय चुनाव प्रभावित हुए हैं। बता दें कि जन्मदिन के मौके पर मायावती ने मेरे संघर्ष में जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा भाग 18 का विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव संपन्न कराए जाने पर जोर दिया।
बैलेट पेपर से चुनाव कराने पर दिया जोर
मायावती ने कहा कि बैलेट से चुनाव होने पर हमेशा बसपा का जनाधार बढ़ा है। वहीं ईवीएम आने के बाद से गड़बड़ी होनी शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि पार्टी के युवा तैयार हो जाएं। क्योंकि एक न एक दिन सिस्टम भी फेल होगा। जिन देशों में पहले चुनाव बैलेट पेपर के जरिए कराया जाता था। वहां पर फिर से उसी प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। बता दें कि बिहार के एक मंत्री द्वारा दिए गए बयान बाबा साहब अंबेडकर ने ही मनुस्मृति शुरू की थी, इस पर बात करते हुए कहा कि यह बात बिलकुल साफ है। बाबा साहब अंबेडकर ने मनुस्मृति नहीं चलाई। उन्होंने कहा कि मंत्री ने इस बात को किस तौर पर कहा इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।