लखनऊ: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा हिंदू धर्म ग्रंथ रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर शुरू हुए विवाद के बाद वह कई लोगों के निशाने पर आ गए हैं। बता दें कि अब उन्ही की पार्टी के एक नेता ने मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सपा प्रवक्ता डॉक्टर रोली तिवारी मिश्रा ने मौर्य पर रासुका लगाने की मांग की है। वहीं सपा प्रवक्ता डॉ रोली ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर सीएम योगी और पीएम मोदी से अपनी ही पार्टी के नेता पर सख्त कार्रवाई किए जाने की अपील की है। बता दें कि रोली पिछले काफी दिनों से स्वामी प्रसाद मौर्य़ का मुखर होकर विरोध कर रही हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य पर जमकर साधा निशाना
डॉ रोली तिवारी ने आज यानि शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा कि हर तरफ सनातन धर्म के खिलाफ़ साजिश कर, हिंदू जातियों को बांटकर क्या देश में “गृहयुद्ध” जैसी स्थिति रची जा रही है। वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने मौर्य पर रासूका लगाने की मांग की है। रोली ने लिखा है कि यूपी धार्मिक उन्माद और जातीय संघर्ष फ़ैलाने का प्रयास करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य पर NSA रासुका लगाई जाए। रोली के अनुसार, ऐसे धर्म द्रोहियों से राष्ट्र को खतरा है। वहीं सपा प्रवक्ता ने अपने ट्वीट से यह साफ कर दिया है कि आने वाले समय में वह आगे की सियासी राह को अलग चुनने वाली हैं।
सपा प्रवक्ता ने बीजेपी से पूछा ये सवाल
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि एक तरफ प्रभु श्रीराम और रामचरितमानस है और दूसरी तरफ राजनीतिक पद लाभ थे। दोनों के बीच में उन्होंने प्रभु श्रीराम को चुना। इस ट्वीट के बाद से कयास लगाए जाने लगे कि वह बीजेपी के साथ जा सकती हैं। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस का अपमान किए जाने पर सपा प्रवक्ता रोली ने बीजेपी से चुप्पी का कारण पूछा है। उन्होंने पूछा कि क्या अब भाजपा वाले श्रीराम के सम्मान की बात नहीं करेंगे। रोली ने आगे लिखा कि कहीं सपा को बर्बाद करने के लिए सारा मैच फिक्स तो नहीं है। बता दें कि आखिर में रोली ने अखिलेश यादव की रैली की तस्वीरें साझा कर यह साफ कर दिया है कि फिलहाल वह सपा के साथ हैं।