कानपुर: कानपुर के बिधनू के सुरौली गांव में 6 हजार रुपए के लिए पत्नी ने पति की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस के सामने जब आरोपी मोनिका ने जुर्म की बात कुबूली तो सभी दंग रह गए। बता दें कि आरोपी महिला मोनिका ने पति की हत्या कर शव को कमरे में गाड़ दिया। इसके बाद भेद खुलने के डर से उसपर खाट बिछाकर उस पर रात भर सोई। वहीं पुलिस के आने पर उसने घर का दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद पुलिस पड़ोसी के घर से किसी तरह महिला के पास पहुंची। जब पुलिस ने मोनिका से उसके पति उमेश के शव के बारे में पूछा तो उसने खाट की ओर इशारा कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने जमीन खोदकर शव बाहर निकाला। जब पुलिस मोनिका को लेकर थाने पहुंची और मामले पर पूछताछ की तो वह बोली कि पहले चाय-बिस्कुट खिलाओ। तब कुछ बताऊंगी।
पैसों को लेकर दंपति के बीच हुआ था विवाद
इसके बाद पुलिस ने उसकी इच्छा पूरी की। नाश्ता करने के बाद वह थाने में बेहोश हो गई तो पुलिस ने फौरन उसे उसे सीएचसी में भर्ती कराया है। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने बताया कि महिला पूरी तरह से स्वस्थ है। बता दें कि मृतक उमेश चार भाइयों में सबसे छोटा था। वह सरौली गांव में अपनी पत्नी मोनिका और बच्चों के साथ रहता था। मृतक की मां शिवदेवी ने पुलिस को बताया कि दंपति के बीच अक्सर विवाद होता था। शिवदेवी ने बताया कि मंगलवार को मोनिका ने राजेश से कहा था कि वह उमेश की हत्या कर देगी। मंगलवार की शाम को भी 6 हजार रुपए के लिए दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। मंगलवार को बच्चों को स्कूल भेजने के बाद जब दोपहर में उमेश सो गया तो मोनिका ने उसके गमछे से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस कर रही मामले की पड़ताल
पुलिस को शक है कि इस हत्याकांड में कोई और भी शामिल है। शव देख मृतक के परिजनों ने मोनिका की पिटाई कर दी। वहीं पुलिस ने उसे किसी तरह बचाया और थाने लेकर आ गई। आरोपी महिला को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। शव को अकेले ठिकाने लगाने की बात पुलिस के गले से नीचे नहीं उतर रही है। थाना प्रभारी योगेश कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि 35 साल का उमेश निजी एंबुलेंस चलाता था। बीते दिनों उमेश ने एक भैंस बेची थी। जिसके पैसे मोनिका के पास थे। पैसे मांगने पर दंपति के बीच जमकर विवाद और मारपीट हुई थी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।