चित्रकूट: यूपी के चित्रकूट जिला जेल रगौली से माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी का नया कारनामा सामने आया है। यूपी सरकार चित्रकूट जेल को सुरक्षित मानकर बाहुबली और माफियाओं को यहां भेजती है। लेकिन अब्बास अंसारी के मामले ने सुरक्षा व्यवस्था की सारी पोल खोल दी है। जेल में बंद अब्बास अंसारी पत्नी के साथ यहां पर कई दिनों से घर की तरह रह रहा था। साथ ही इस पूरे खेल में जेल प्रशासन भी उसके साथ मिला हुआ था। जब जिला प्रशासन को मामले की जानकारी हुई तो डीएम एसपी ने संयुक्त रूप से छापा मारा। प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि आरोपी अब्बास उस दौरान अपनी बैरक में नहीं था।
जेल प्रशासन की मिली-भगत से चल रहा था खेल
प्रशासन के मुताबिक, जिस कमरे में अब्बास की पत्नी निखत थी, उस पर बाहर से ताला लगा हुआ था। बताया जा रहा है कि यह खेल कई दिनों से खेला जा रहा था। विधायक अब्बास अंसारी को शासन ने सुरक्षा की दृष्टि से उसे मऊ से लगभग 400 किलोमीटर दूर रगौली जेल में रखा है। ताकि उससे ज्यादा लोग न मिल सकें और किसी तरह की अशांति न फैल पाए। लेकिन अब्बास की पत्नी द्वारा जेल में मिलने जाने पर बंदी मिलाई रजिस्टर में उसका नाम नहीं दर्ज किया जाता था। वहीं निखत जेल के अंदर से विधायक की रिश्तेदारों से मोबाइल से बात भी कराती थी। जब शुक्रवार को मामले की पोल खुली तो जेल प्रशासन की मिलीभगत भी अधिकारियों के सामने आ गई।
निरीक्षण करने वाले अफसरों को भी नहीं लगी भनक
विधायक अब्बास की पत्नी निखत पर आरोप है कि वह अपने पति को जेल से फरार करवाने और लोगों से रंगदारी वसूली की धमकी भी दिलाई जाती थी। वहीं हैरान करने वाली बात यह है कि आएदिन निरीक्षण करने वाले अफसरों को भी इस बात की भनक नहीं लगी। बता दें कि जेलर, डिप्टी जेलर समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। डीएम अभिषेक आनंद व एसपी वृंदा शुक्ला के अनुसार, निखत ने एक महीने से कर्वी में किराए का मकान ले रखा है। उन्होंने बताया कि जिस मकान में यह सब रहते हैं, उसकी पहचान कर ली गई है। इन लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।