कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। ग्वालटोली के रामपुर लुधवाखेड़ा में रहने वाले किसान बबलू निषाद के 14 साल के बेटे सौरभ की हत्या तालाब में फेंककर की गई थी। बता दें कि नाबालिक को जिंदा ही हाथ-पैर बांध कर तालाब में फेंक दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर में कीचड़ और बालू के कण मिले हैं। इस मामले में पुलिस ने पिता-पुत्र समेत 6 लोगों के खिलाफ 18 दिसंबर को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। वहीं पुलिस ने पिता-पुत्र को मुख्य साजिशकर्ता बनाया है। सौरभ 7वीं कक्षा का छात्र था। पड़ोस के गांव नत्थापुरवा में रहने वाले ऊदन निषाद को शक था कि सौरभ से उनकी बेटी के प्रेम-संबंध हैं।
पुलिस के पास हैं आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य
इसी शक के चलते ऊदन ने बेटे सोनू, पड़ोसी दीपक, साथी शंकरपुर सरांय निवासी राकेश, रामपुर निवासी विजय व छोटेलाल के साथ मिलकर 28 सितंबर को सौरभ को दबोच लिया। इसके बाद उसके हाथ-पैर बांधे और शरीर में ईंट बांधकर उसे जिंदा ही तालाब में फेंक दिया। वहीं सौरभ के परिजनों ने ऊदन और उसके बेटे सोनू के खिलाफ ग्वालटोली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने ऊदन को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही तालाब से सौरभ के शव को बरामद किया गया था। ग्वालटोली थाना प्रभारी जनेंद्र सिंह तोमर के अनुसार, इस जघन्य अपराध के मामले में सभी 6 आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटाए गए हैं।
इज्जत की खातिर कर दी बेटी के प्रेमी की हत्या
पोस्टमार्टम प्रभारी नवनीत चौधरी ने बताया कि सौरभ की मौत तड़प-तड़पकर हुई होगी। रामपुर लुधवाखेड़ा गांव में पिता-पुत्र ने इज्जत की खातिर अपनी बेटी के प्रेमी की बेरहमी से हत्या कर दी। वहीं इस हत्या का मुख्य सूत्रधार गांव का राकेश निकला। राकेश ने पूछताछ में हत्या में शामिल होने की बात कुबूली थी। राकेश ने बताया कि वह ऊदन की मौसी के जेठ का बेटा है। ऊदन की बेटी का उसके साथ प्रेम-प्रसंग था। लेकिन कुछ महीनों से लड़की का झुकाव सौरभ की तरफ हो गया था। आरोपी राकेश ने बताया कि उसने सौऱभ को ऊदन की बेटी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा था। जिसके बाद इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया।