गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद में एक 25 साल के युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को बोरे में डालकर नहर में फेंक दिया गया। आरोपियों ने प्लानिंग की थी कि मृतक का शव न मिले और यह गुमशुदगी एक रहस्य बनकर रह जाए। इसके लिए आरोपियों ने बोरे में 4 ईंटें भी रखी थीं। जिससे कि बोरा पानी के ऊपर न आए। वहीं लापता कृष्ण त्यागी के पिता ने थाने में बेटे के गुमशुदगी की शिकायत कर गांव के 3 युवकों पर शक जताया था। जब पुलिस ने तीनों युवकों को हिरासत में लेकर मामले की सख्ती से पूछताछ की तो मामले की सच्चाई सामने आई। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 28 जनवरी को गंगनहर से कृष्ण की लाश बरामद की।
मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने गया था युवक
मुरादनगर थाना क्षेत्र में डिडौली गांव में रहने वाला कृष्ण त्यागी बीते 22 जनवरी को एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गया था। जिसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा। वहीं 24 जनवरी को युवक के परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसी बीच नहर किनारे एक कमरे में कृष्ण के जूते मिले और कमरे से लेकर नहर तक खून के निशान पाए गए। जिस पर आशंका जताई गई कि कृष्ण की हत्या कर उसके शव को नहर में फेंका गया है। इन सब के बीच सामने आया कि गांव के कुछ लोगों ने 22 जनवरी की रात को आखिरी बार कृष्ण को कुछ लड़कों के साथ देखा गया था। इसी आधार पर मृतक के पिता मुनेश त्यागी ने 27 जनवरी को मोनू और सुमित के खिलाफ हत्या की FIR दर्ज करा दी।
रिश्तेदारों के घर में छिपे थे आरोपी
वहीं मोनू और सुमित गांव छोड़कर अपने रिश्तेदारों के घर पर रुके थे। जब पुलिस ने दोनों से मामले पर पूछताछ की तो उन्होंने हत्या का बात स्वीकार कर ली। पुलिस को पता चला कि इस हत्या में एक अन्य आरोपी पुनीत उर्फ कालू भी शामिल था। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने पुलिस और परिवार को गुमराह करने के लिए डिडौली पुल के नजदीक खून की छींटे छोड़ी थी। जबकि शव को डिडौली पुल से करीब डेढ़ किमी. पहले सौंदा पुल से नहर में फेंका था। बता दें कि सौंदा पुल गंगनहर की अप स्ट्रीम में पड़ता है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हत्यारोपी सुमित उर्फ छोटू के पिता अनिल से 3 साल पहले कृष्ण की मारपीट हुई थी। उस दौरान अनिल के सिर में गंभीर चोट आई थी।
हत्या से पहले पिलाई थी शराब
पहले भी इसी बात को लेकर सुमित और कृष्ण में कई बार कहासुनी हुई थी। सुमित अक्सर कृष्ण को धमकी दिया करता था। 22 जनवरी को कार्यक्रम से लौट रहे कृष्ण को रास्ते में सुमित, मोनू और पुनीत मिले। जिसके बाद वह उसे शराब पिलाने के बहाने गन्ना क्रेशर पर ले गए। जहां पर चारों ने शराब पी। वहीं जब कृष्ण बेहोशी की हालत में हो गया तो सुमित ने अपना लाल रंग का अंगोछा उसके गले में डाल दिया। फिर पुनीत औऱ सुमित ने अंगौछे से उसका गला दबा दिया। इसके बाद तीनों आरोपी बाइक से कृष्ण को नहर किनारे ले गए। जहां पर कृष्ण की गर्दन बलकटी से एक-एक वार किया। मौत की पुष्टि होने पर शव को बोरे में पैककर उसके अंदर 4 ईंटें रखकर नहर में फेंक दिया।