अयोध्या: प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर का 70 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। बता दें कि मंदिर के गर्भगृह के पिलर 14 फीट तक बनकर तैयार हो चुके हैं। वहीं परकोटे के मंदिरों का भी तेजी से निर्माण कार्य जारी है। मंदिर का निर्माण कार्य 3 चरणों में पूरा होगा। दिसंबर 2024 में दूसरा चरण और दिसंबर 2025 तक मंदिर आकार ले चुका होगा। जनवरी 2024 तक मंदिर में दर्शन-पूजन शुरू हो सकेगा। मंदिर निर्माण में अब तक 800 करोड़ खर्च हो चुके हैं। अनुमान है कि मंदिर निर्माण में 1800 करोड़ का खर्च आएगा।
गर्भगृह के अलावा बनेंगे 5 मंडप
राम मंदिर के गर्भगृह की दीवार बनकर तैयार हो चुकी है। वहीं परिक्रमा मार्ग तैयार किया जा रहा है। चंपत राय ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्भगृह के अतिरिक्त अन्य 5 और मंडप बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुहूर्त देखकर गर्भगृह में राम के बाल स्वरूप का पूजन कराया जाएगा। रामलला की पत्थर की मूर्ति तैयार की जा रही है। विद्वानों के विचार के मुताबिक, गर्भगृह में भगवान का विग्रह खड़ा होना चाहिए। प्रभु श्रीराम के जीवन के 100 प्रसंग भी मंदिर में उकेरे जाएंगे। इसमें साहित्यकार यतीन्द्र मिश्रा भी सहयोग कर रहे हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, जनवरी 2024 से मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।
गर्भगृह में जारी है निर्माण कार्य
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ.अनिल मिश्र के अनुसार, मंदिर निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि ट्रस्ट के पास मौजूद है। मंदिर निर्माण में अब तक करीब 800 करोड़ खर्च हो चुके हैं। बता दें कि मंदिर की लागत 1800 करोड़ तय की गई है। अभी मंदिर के भूतल निर्माण के क्रम में गर्भगृह का काम जारी है। बताया गया है कि गर्भगृह में निर्मित किए जाने वाले 6 खंभों का निर्माण शुरू हो गया है। मार्बल के खंभेनुमा पीस को एक-दूसरे में जोड़कर तैयार किया जा रहा है। यह खंभे 19.3 फीट ऊंची होंगे। इसके अलावा मंदिर के गर्भगृह में फर्श, मेहराब, रेलिंग, दरवाजे के फ्रेम आदि मकराना संगमरमर से तैयार किए जाएंगे। बता दें कि इनकी खरीद और गढ़ाई शुरू हो गई है।