बरेली: उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी पर फिर से दाग लगने का मामले सामने आया है। नशे की हालत में त्रिवेणी एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़े हेड कांस्टेबल द्वारा एक छात्रा से छेड़खानी की गई। सिपाही द्वारा छात्रा से छेड़खानी किए जाते देख कोच में मौजूद अन्य यात्रियों ने वर्दी देखकर पीड़िता की मदद नहीं की। लेकिन बहादुर छात्रा ने अकेले ही सिपाही का विरोध किया। छात्रा द्वारा मामले की शिकायत किए जाने की बात सुनकर आरोपी ट्रेन से छात्रा का सामान लेकर कूद गया। पीड़िता ने बताया कि वह पीलीभीत की रहने वाली है।
नशे की हालत में था हेड-कॉन्स्टेबल
छात्रा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि वह प्रयागराज से बीए की पढ़ाई कर रही है। इसी सिलसिले में वह प्रयागराज गई थी। जिसके बाद वह त्रिवेणी एक्सप्रेस के कोच एस सेवन की बर्थ संख्या 71 में सवार होकर गुरुवार रात को बरेली जा रही थी। इस बीच जब ट्रेन शुक्रवार दोपहर को बरेली जंक्शन पर पहुंची तो अधिकतर यात्री वहां पर उतर गए। यात्रियों के उतरने से कोच कुछ खाली हो गया। तभी पुलिस की वर्दी पहने हेड कॉन्स्टेबल ट्रेन में चढ़ा। पीड़िता ने बताया कि वह नशे में था। इसके बाद हेड कॉन्स्टेबल ने छात्रा को अकेला बैठा देखकर उसके पास आकर बैठ गया और उसे फिजिकली टच करने लगा।
किसी ने नहीं की छात्रा की मदद
जब पीड़िता ने उसका विरोध किया तो वह कहने लगा कि अरे इतना सब तो चलता है। सिपाही द्वारा बार-बार टच किए जाने पर छात्रा ने उसे धक्का देकर खुद को उससे बचाया। इसके बाद वह दूसरे कोच में चली गई। लेकिन छात्रा को वहां कोई मदद नहीं मिली। छात्रा ने बताया कि जब वह सिपाही से बचने के लिए दूसरे कोच में गई तो उसका सामान पहले कोच में ही रह गया था। दूसरे कोच में जाकर उसने महिलाओं से मदद भी मांगी। लेकिन वर्दी देखकर कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया।
ट्रेन से कूदकर फरार हुआ आरोपी
वहीं आरोपी उसे गेट पर खड़ा होकर घूर रहा था। इसके बाद जब पीड़िता ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही तो बरेली सिटी स्टेशन पहुंचने से पहले ही आरोपी ट्रेन से कूद कर फरार हो गया। साथ ही वह छात्रा का स्कूल बैग और ट्रॉली बैग भी अपने साथ लेकर गया। वहीं सीओ जीआरपी मुरादाबाद देवी दयाल ने बताया कि छात्रा की शिकायत के आधार पर हेड कॉन्स्टेबल तौफीक अहमद के खिलाफ छेड़खानी और पॉक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पीड़ित छात्रा ने बताया कि आरोपी को सख्त सजा मिलनी चाहिए।