फिरोजाबाद: पत्नी ने पति की हत्या कर नाली में फेंका शव, आरोपी महिला बोली- बेटियों के साथ करता था ऐसा सुलूक

फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में कपड़ा व्यापारी विजय गोस्वामी की हत्या मामले का पुलिस ने बीते मंगलवार को खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार, विजय गोस्वामी की हत्या उसकी पत्नी ने मंजू की थी। वहीं पुलिस पूछताछ में महिला ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। महिला ने पुलिस को बताया कि पति शराब के नशे में आए दिन उसकी बेटियों को पीटता था। महिला चूड़ी के काम से जो रुपए कमाती थी वह भी विजय शराब पीने के लिए उससे छीन लेता था। इसी से परेशान होकर मंजू ने 30 दिसंबर की रात को विजय की हत्या कर दी। महिला ने पुलिस को बताया कि उसने सिलबट्टे से प्रहार कर पति को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि महिला को हत्या का जरा भी अफसोस नहीं है।

दूसरे पति से महिला ने की थी कोर्ट मैरिज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मूलरूप से औरैया निवासी मंजू ने साल 2004 में विजय से कोर्ट मैरिज की थी। मंजू ने मैनपुरी निवासी अपने पहले पति अशोक राठौर को छोड़ दिया था। कोर्ट मैरिज के बाद मंजू और विजय में अक्सर विवाद होने लगा। जिसके बाद मंजू ने अरुण नाम के युवक को पति विजय की हत्या कराने के लिए सुपारी दी थी। बता दें कि विजय गोस्वामी अपनी पत्नी मंजू और दो पुत्रियों के साथ इंद्रपुरी में किराये के मकान में रहता था। हत्या के बाद मंजू की तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। थानाध्यक्ष उत्तर नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि शक के घेरे में मंजू भी थी। जब महिला से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने हत्या की बात स्वीकार ली।

बेटियों से करता था मारपीट
मंजू ने बताया कि विजय शराब का आदी था। वह नशे में बेटियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करता था औऱ उनकी पिटाई करता था। वह कपड़े बेचकर जो भी पैसे कमाता था। उसकी वह शराब पी जाता था। मंजू ने बताया कि पति के कारण उनके घर की आर्थिक स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही थी। मकान का किराया भी 3 महीने से नहीं दिया था। आरोपी महिला ने बताया घटना वाले दिन भी विजय़ शराब के नशे में था। जब वह सो गया तो पत्नी मंजू ने उसके सिर पर सिलबट्टे से हमला कर दिया। फिर शव को खींचकर नाले में फेंक दिया। फिलहाल पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *