कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में दिल्ली जैसा खौफनाक हादसा हुआ है। बीते शनिवार को रेलबाजार थाना क्षेत्र स्थित जीटी रोड पर बेकाबू डंपर ने एक 78 वर्षीय सुशील कुमार सिंह की स्कूटी में टक्कर मार दी। बताया जा रहा है कि रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी सुशील कुमार सिंह जाजमऊ के डिफेंस कालोनी के निवासी थे। इस हादसे में सुशील कुमार डंपर के पिछले हिस्से में फंसकर आधा किमी तक घिसटते चले गए। वहीं राहगीरों के शोर मचाए जाने पर चालक डंपर छोड़ कर भाग गया। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची PRV बुजुर्ग को अस्पताल पहुंचाने के बजाय पास में पड़े तख्त पर लिटाकर उनके परिजनों का इंतजार करती रही।
इलाज न मिल पाने से हुई मौत
वहीं समय से इलाज नहीं मिल पाने के कारण सुशील कुमार की मौत हो गई। मृतक सुशील के छोटे भाई अनिल कुमार सिंह ने बताया कि उनके परिवार में सुशील की पत्नी मालती देवी, बेटा पुष्पराज सिंह उर्फ चंदन और बहू पूजा हैं। बताया गया कि वीआरएस लेने के बाद वह ट्रांसपोर्टनगर में चंदन मोटर्स के नाम से स्पेयर पार्ट्स की दुकान चलाते थे। शनिवार को हादसे के दौरान वह अपनी दुकान ही जा रहे थे। तभी बेकाबू लोडर ने उन्हें टक्कर मार दी। राहगीरों ने जब बुजुर्ग को फंसा देखा तो शोर मचाने लगे। इस पर चालक ने वाहन रोकने की बजाय स्पीड और बढ़ा दी। जिससे कि लोडर के पीछे का कुंडा उनकी बेल्ट में फंस गया और वह लोडर में फंस कर आधा किमी घिसटते चले गए।
परिवार ने पुलिस के रवैये पर जताई नाराजगी
हादसे के दौरान सुशील का हेलमेट दूर गिर गया था। जिससे उनके कान से खून का रिसाव होने लगा। मृतक के बेटे पुष्पराज उर्फ चंदन ने बताय़ा कि घरवालों को सूचना देने के बाद पुलिस काफी देर तक उन लोगों का इंतजार करती रही। उन्होंने कहा कि यदि उनके पिता को समय से उचित इलाज मिल जाता तो शायद उनकी जान बच जाती। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेड इंजरी से मौत की पुष्टि हुई है। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद मौके पर खड़े लोगों ने भी बुजुर्ग को अस्पताल पहुंचाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस दौरान लोग मोबाइल में फोटो खींचते रहे। पुलिस ने इस असंवेदनशील रवैये के काऱण एक रिटायर एयरफोर्स कर्मी की मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने लोडर थाने में खड़ा करवा लिया है। पुलिस के इस रवैये पर परिवार ने अपनी नाराजगी जाहिर की है।