मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित विंध्याचल कॉरिडोर राम मंदिर से पहले बनकर तैयार हो जाएगा। श्रद्धालु मां विंध्यवासनी का दिव्य दर्शन दिसंबर से कर सकेंगे। संकरी गलियां तोड़कर मां के दरबार को भव्य रूप दिया जा रहा है। बता दें कि इस काम में 400 कारीगर दिन रात लगे हुए हैं। मंदिर के चारों 50 फीट चौड़ा 4 परिक्रमा पथ बनाए जा रहे है। इसके बीच में माता का गर्भगृह बनेगा। परिक्रमा पथों की लंबाई 100 से 200 मीटर होगी। मंदिर निर्माण के लिए 331 करोड़ का बजट मंजूर किया गया है।
पहले चरण का काम हुआ पूरा
अगस्त 2021 को सीएम योगी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंदिर में शिलान्यास पूजन किया। जिसके बाद मंदिर में काम शुरू किया गया था। फिलहाल मंदिर में 40 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। मंदिर के निर्माण कार्य को 3 चरणों में बांटा गया था। जिसमें पहले चरण में अधिकरण और ध्वस्तीकरण का काम होना था। वहीं दूसरे चरण में मंदिर का निर्माण कार्य और तीसरे चरण में भक्तों के रहने, गाड़ियों की पार्किंग और हैलीपैड का काम होना है। जिसमें अभी पहले चरण का काम पूरा हुआ है। मिर्जापुर की डीएम दिव्या मित्तल ने बताया कि डेट लाइन यानि की दिसंबर 2023 से पहले पूरा हो जाएगा।
सरकार ने मुआवजे के तौर पर दिए 96 करोड़ रुपए
जिसके बाद भक्त आसानी से माता के दर्शन कर सकेंगे। डीएम ने बताया कि युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। फिलहाल घरों और दुकानों को गिराने का काम किया जा रहा है। जिन लोगों के घरों और दुकानों को गिराया जा रहा है, उन्हें उनकी जमीन के हिसाब से मुआवजा दिया गया है। जमीन को समतल करवाया जा रहा था। लेकिन कभी कोरोना के आने से काम रुक गया था। कोविड टाइम में भी रजिस्ट्री का किया जा रहा था। इसमें 671 मकान और 92 दुकानों का अधिग्रहण किया गया। वहीं कई लोग दोबारा उसमें बस चुके हैं। सरकार को 96 करोड़ की धनराशि मुआवजे के रूप में देनी पड़ी।
लाखों की संख्या में आते हैं श्रद्धालु
पहला चरण पूरा होने के बाद अब दूसरे चरण का काम किया जा रहा है। डीएम ने बताया कि पूर्व में कोतवाली रोड, पश्चिम में पुरानी VIP, उत्तर में गंगा नदी मार्ग और दक्षिण में न्यू VIP मार्ग पर काम किया जा रहा है। इसके अलावा चारों पथों पर सिंह द्वारा भी बनाया जा रहा है। चारों दिशा से आने वाले रास्तों का भी चौड़ा किया जाएगा। राजस्थान के कारीगर मिर्जापुर के गुलाबी पत्थरों को तराश रहे हैं। दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद तीसरे चरण का काम किया जाएगा। नवरात्रि के दिनों में विंध्याचल मंदिर में लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं। वहीं नक्काशीदार पत्थरों ने पिलर की शोभा बढ़ा दी है।