लखनऊ: यूपी विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन हंगामे के साथ शुरू हुआ। सत्र के शुरू होते ही सपा विधायकों ने शिवपाल यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। बता दें कि शिवपाल यादव की अगुवाई में सपा विधायक हाथ में तख्तियां लेकर परिसर में हाय-हाय के नारे लगाते हुए धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस और विधायकों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली। हंगामे के थोड़ी देर बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अपना अभिभाषण शुरू किया। बता दें कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा और आऱएलडी के विधायक ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे लगाए हुए वेल पर आ गए।
हंगामे के बीच राज्यपाल ने पढ़ा अभिभाषण
हालांकि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल हंगामे के बीच अपना अभिभाषण पढ़ती रहीं। वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विधानसभा पहुंचकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम याद दिला रहे हैं कि डबल इंजन की सरकार सबका साथ-सबका विकास की बात करती है। सबका साथ और सबका विकास जातीय जनगणना से संभव है। लेकिन सीएम दूसरे प्रदेश के हैं, इसलिए उन्हें जातीय जनगणना से कोई मतलब नहीं है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि यह सरकार इन्वेस्टर समिट में लगाए पौधे को नहीं बचा पा रहे हैं। यह इन्वेस्टमेंट कहां से लाएंगे।
22 को पेश होगा बजट
वहीं रामचरितमानस पर अखिलेश यादव ने कहा कि वह स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का जवाब सदन में देगें। बता दें कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यूपी में गरीबों को आयुष्मान भारत का लाभ दिया गया है। वहीं सैनिक परिवारों को सरकार द्वारा सम्मान दिया गया है। अनाथ बच्चों की शिक्षा के लिए योजनाएं लाई गईं है। 20 फरवरी शुरू हुए विधानमंडल का बजट सत्र 6 मार्च कर चलाने की मंजूरी दी गई है। वहीं 22 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। शनिवार को भी सत्र होगा। हर रोज के एजेंडे को उसी दिन खत्म करने के लिए सदन की कार्यवाही देर शाम तक भी संचालित की जा सकती है।