वारणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में रविवार को सिग्नल विभाग के ESM और उनकी पत्नी के साथ ही ढाई साल के बेटे की संदिग्ध तरीके से मौत हो गई। मामले की जानकारी तब हुई जब सुबह हेल्पर संतोष आईपी रूम की चाभी लेने गया। इस दौरान उसने दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। जब हेल्पर ने दोबारा तेजी से दरवाजा खटकटाया तो दरवाजा अपने आप ही खुल गया। हेल्पर ने अंदर जाकर देखा तो बेड पर मच्छरदानी लगी हुई थी। जिसके अंदर राजीव रंजन पटेल, उनकी पत्नी और बेटा सोए हुए थे।
हेल्पर ने दी मामले की जानकारी
इसके बाद हेल्पर संतोष ने आसपास के लोगों को मामले की जानकारी दी। वहीं पुलिस को भी मामले की सूचना दी गई। पुलिस फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम के साथ मौके पर पहुंची। फिलहाल दंपति और उनके बेटे की मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। राजीव रंजन पटेल उनकी पत्नी अनुपमा और ढाई साल के बेटे हर्ष के साथ रहते थे। काशी रेलवे स्टेशन कॉलोनी के क्वार्टर नंबर 29-डी में रहते थे। उनके पड़ोसियों ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार के नालंदा के रहने वाले थे। फरवरी 2021 ट्रांसफर होकर वाराणसी आए थे। हत्या और आत्महत्या एंगल पर मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस कर रही थी मामले की जांच
हेल्पर ने बताया कि काफी आवाज देने के बाद कोई नहीं जगा तो वह अंदर गया था। संतोष साहनी ने पुलिस को बताया जब उन्होंने पास जाकर देखा तो राजीव रंजन अपने बेड पर उल्टी किए हुए थे। वहीं उनके पत्नी अनुपमा का हाथ बेटे हर्ष के मुंह पर था। मामले की सूचना मिलने पर फोर्स के साथ काशी जोन के एडीसीपी राजेश कुमार पांडेय पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि मौत कैसे हुई है, यह स्पष्ट नहीं हो सकी है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा। फिलहाल पुलिस ने तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।