वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में आजकल आयोजनों की बहार है। यहां दो दिन पहले गंगा विलास क्रूज को रवाना किया गया और गंगा पार भव्य टेंट सिटी का लोकार्पण किया गया। आज यानि की मंगलवार को वाराणसी में दशाश्वमेध घाट से काशी बोट रेस प्रतियोगिता को हरी झंडी दिखाई गई। इस दौरान मौके पर मौजूद मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा व विधायक नीलकंठ तिवारी ने काशी बोट रेस का शुभारंभ किया। इस दौरान लोगों को बोट रेस के साथ ही हॉट एयर बैलून देखने का शानदार अवसर मिलेगा। वाराणसी में मंगलवार से चार दिवसीय एयर बैलून फेस्टिवल और बोट फेस्टिवल का शुभारंभ हुआ है। इस अद्भुत आयोजन में जमीन से आकाश तक विविध रंग देखने को मिलेंगे।
रविवार को किय़ा गया था ट्रायल
बता दें कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 17 जनवरी से 20 जनवरी तक जल से लेकर नभ तक खास आयोजन किए जा रहे हैं। रविवार को पहले काशी बोट फेस्टिवल का ट्रायल किया गया। इस दौरान 12 टीमों के खिलाड़ियों का परिचय केरल से आए निर्णायक मंडल ने लिया। रेस में कई नाविकों ने हिस्सा लिया। वहीं जब सुंदर सजी-धजी बोट नदी में उतरी तो नजारा देखने लायक था। 10 मिनट में टीमों ने रेस खत्म कर दी। वहीं नावों के पीछे हनुमान जी के झंडे और जय श्री राम लिखकर नाविक इस रेस में उतरे। केरल की टीम ने रेस में उतरे खिलाड़ियों को रेस से जुड़े नियमों को बताया। रज्जी केएस ने जानकारी देते हुए बताया कि खिलाड़ी द्वारा पहली गलती किए जाने पर वॉर्निग, दूसरी गलती पर नंबर कटते हैं और तीसरी गलती किए जाने पर खिलाड़ी को रेस से बाहर कर दिया जाता है।
पहले स्थान पर रही यह टीम
काशी बोट रेस प्रतियोगिता में पांडेय घाट की टीम ने पहले और राम नगर की टीम दूसरे स्थान पर रही। वहीं डोमरी रेती पर पर्यटक रोज सुबह छह से साढ़े छह बजे तक छोटी उड़ान के बाद 6.45 से 7.45 तक एयर बैलून का लुत्फ उठाएंगे। वहीं शाम को साढ़े पांच से सात बजे तक बैलून की रस्सी बांधकर उड़ान की जाएगी। विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 विदेशी और 2 देसी पायलट बैलून उत्सव में हॉट एयर बैलून को उड़ाएंगे। इस दौरान उत्सव में यूके से 5, यूएस, कनाडा, स्पेन, जापान और भारत से एक-एक पायलट शामिल होंगे। इसके अलावा राजघाट पर पर्यटन विभाग की ओर से फोटो प्रदर्शनी लगाई जाएगी। साथ ही एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा।