मुख्तार अंसारी पर उसरी चट्टी केस में 22 साल बाद दर्ज हुआ केस, बृजेश सिंह फिर मुख्तार पर पड़े भारी

गाजीपुर: पूर्वांचल के बाहुबली और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बता दें कि मुख्तार के खिलाफ हत्या का एक नया केस दर्ज किया गया है। यह केस उसरी चट्टी कांड से जुड़ा हुआ है। इसमें मारे गए मनोज राय के पिता की तहरीर पर मुख्तार के खिलाफ मुहम्मदाबाद थाने में केस लिखा गया। जिसमें 4 अन्य लोग भी नामजद हैं। मृतक मनोज के पिता शैलेन्द्र कुमार राय ने सीएम योगी, डीजीपी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी। शैलेन्द्र कुमार राय ने मुख्तार अंसारी को अपने बेटे मनोज की मौत का जिम्मेदार बताया था। वहीं मामले पर शासन के आदेश के बाद कार्रवाई हुई। इस केस में मुख्तार के अलावा उनके ड्राइवर सुरेंद्र शर्मा, शाहिद, गौस मोइनुद्दीन और कमाल को भी नामजद आरोपी बनाया गया है।

संभव नहीं केस का फेयर ट्रायल
इन सभी पर धारा 147, 148, 149 और 302 के तहत मुकदमा लिखा गया है। जुलाई 2001 में उसरी चट्टी गोलीकांड में मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला किया गया था। इस गोलीकांड में सरकारी गनर, एक समर्थक की मौत हुई थी। वहीं मनोज राय की भी गोली लगने से मौत हो गई थी। बाद में मनोज के पिता ने इसे हत्याकांड बताया था। समय-समय पर शैलेश राय शिकायती पत्र दाखिल करते रहे। वहीं उसरी चट्टी कांड के मुकदमे की विवेचना में भी मनोज की हत्या की बात सामने आई थी। 23 जनवरी को मुख्तार अंसारी की गवाही के लिए गाजीपुर के एमपी-एमलए कोर्ट में तारीख थी। लेकिन हाईकोर्ट में त्रिभुवन सिंह ने दाखिल याचिका में कहा कि मुख्तार और उनके भाई काफी प्रभावशाली हैं। जिसके चलते गाजीपुर कोर्ट में केस का फेयर ट्रायल संभव नहीं है।

ठेकेदारी को लेकर हुआ था विवाद
वहीं मामले की सुनवाई पर कोर्ट ने स्टे लगा दिया था। बता दें कि मुख्तार ने इस गोलीकांड में बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और अन्य को नामजद कराया था। मुख्तार अंसारी के साथ मनोज राय संयुक्त रूप से ठेकेदारी का काम करता था। बाद में मनोज ने अलग काम करना शुरू कर दिया था। जिसके बाद मुख्तार अंसारी से अलग होकर मनोज राय ने कुछ ठेकों का टेंडर डाल दिया था। ठेकेदारी को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ और फिर ठेकेदारी के कामों के बंटवारे को लेकर दोनों के बीच समझौता भी हो गया। वहीं मनोज के पिता का कहना है कि 13 जुलाई 2001 को मुख्तार अंसारी अपने अन्य चार साथियों के साथ उनके बेटे को घर से लेकर गए थे। इसके बाद उन्होंने मनोज की हत्या कर दी।

5 की हुई गवाही
मनोज के पिता का आरोप है कि मुख्तार ने सुनियोजित तरीके से मनोज की हत्या का उसरी चट्टी गोली कांड से जोड़ दिया। उन्हें मनोज का अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया गया था। बाद में पुलिस ने शैलेश राय को फोटो दिखाकर शिनाख्त करने के लिए बोला था। उसरी चट्टी कांड में मनोज राय हत्याकांड का केस दर्ज होने के बाद एक नया मोड़ आया है। इस गोली कांड में मुख्तार अंसारी ने बाहुबली बृजेश सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया था। पिछले दिनों इस मामले में 5 गवाही भी हो चुकी हैं। बता दें कि हाल ही में मुख्तार को गवाही के लिये एमपीएमएलए कोर्ट बुलाया गया था, लेकिन मुख्तार सुरक्षा कारणों के चलते पेश नहीं हो पाए थे। अब मनोज राय की हत्या को इसी कांड से जुड़ जाने से मुख्तार की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

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